आज के समय में कही पर भी नोकरी करने और उस कम्पनी से सेलेरी लेने पर उसमे से CTC कटकर सेलेरी प्रदान की जाती है। यह आपकी कुल सेलेरी में से काटकर दिया जाता है, CTC कटने से आपकी सेलेरी आपके पास कम आती है। आज की इस पोस्ट में हम आपको CTC के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करने वाले है, की यह क्या होती है और इसमे किन किन खर्चो को काटा जाता है।
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CTC फुलफॉर्म क्या है?
CTC, कॉस्ट टु कंपनी (Cost To Company) होता है। इसमे आ[ जब कोई कम्पनी ज्वाइन करते है, तो उस कम्पनीके द्वारा आप पर भी कुछ खर्चे किये जाते है, जिन्हें कम्पनी की भाषा में CTC कहा जाता है। इसमे आपकी सैलरी में कंपनी की EPF contribution भी रहता है, जो आपको बाद में दिया जाता है। इसमे आपको कई तरह की चीजे भी प्रदान की जाती है, जिसमे आपका या आपके परिवार का medical insurence भी शामिल होता है। व्यक्ति की सेलेरी में CTC कटने से काफी फर्क पड़ता है, क्युकी इसकी वजह से Net Salary में कमी होती है।
उदाहरण के लिए –
यदि कोई व्यक्ति किसी कम्पनी में सालाना 4 लाख 80 हजार रुपए के पैकेज में कार्य करता है, जो उसकी कुल सैलरी होती है। इसके साथ कम्पनी की तरफ से उसको कई तरह की सुविधाए भी प्रदान की जाती है। ज्सिमे उसके लिए रहने के लिए आवास और कम्पनी तक जाने के लिए बस सुविधा भी दी जाती है। यदि इन सब का खर्चा देखा जाए तो इस पर साल भर में 60 हजार रुपए खर्च कम्पनी को करना होता है। इस खर्चे को CTC (Cost to the company) कहा जाएगा।
सीटीसी (CTC) के फायदे
एसा नही है की आपकी सेलेरी से यदि CTC काटा जा रहा है, तो उससे आपको नुकशान ही होगा। CTC के कई फायदे भी शामिल होते है, जो कुर्म्चारी को समय के साथ मिलते है। जब कोई कर्मचारी सेलेरी लेता है, तब सर्विस के दौरान, कर्मचारी पर, जो भी खर्चे होते है, सबको उसकी CTC में जोड़कर दर्शाया जाता है। CTC में आपको कई तरह के फायदे मिलते है, जिसमे से कुल 3 तरह के फायदे महत्वपूर्ण रूप से शामिल किये जाते है। जेसे –
Direct Benefits:
CTC में आपको डायरेक्ट फायदे भी मिलते है। जिसमे कंपनी आपको हर महीने सैलरी के साथ में कुछ भुगतान करती है, यह आपको प्रत्यक्ष फायदों के रूप में मिलता है। यह फायदा आपकी नेट सेलेरी में जुडकर आता है, जिसका फायदा आपको हर महीने मिल जाता है। इसमे मिलने वाली सेलेरी को Income Tax में भी शामिल किया जाता है।
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Indirect Benefits:
CTC के कुछ फायदे इसे होते है जो आपको सीधे तोर पर नही मिलते है। इन फायदों को indirect फायदे कहा जाता है। यह फायदे आपको, कंपनी की ओर से सुविधाओं और उनकी तरफ से मिलने वाली सेवाओ के रूप में प्रदान किये जाते है। इसमे कई तरह के लाभ जुड़े होते है, जैसे मोबाइल बिल, यात्रा भत्ता, आपकी और आपकी फेमिली का मेडिकल भत्ता, मकान का का किराया और आपको लाने ले जाने वाली गाडी का खर्चा आदि। इन सभी खर्चो का आपको भुगतान नही करना होता है, यह आपको कम्पनी की तरफ से प्रदान किया जाता है।
Savings Contribution Benefits
CTC में आपको ऐसी बचतें या कटौतियां की जाती है, जिनका फायदा आगे चलकर कर्मचारी को मिलता है। इसमे जो भी हिस्सा कम्पनी द्वारा काटा जाता है, उसमे भुगतान के समय कम्पनी भी अपना कुछ पैसा जोडकर आपको उसका भुगतान करती है। जैसे कि, PF, Pension, Medical insurance आदि को प्रदान किया जाता है।
CTC में क्या शामिल किया जाता है।
CTC में आपको कई चीजे शामिल की जाती है, यह सैलरी के साथ-साथ कर्मचारी को मिलने वाली अन्य सुविधाओं (Facilities) पर होने वाली खर्च भी शामिल किया जाता है। जैसे कि- मोबाइल, ट्रांसपोर्टेशन, आवास, बीमा वगैरह की सुविधाओं पर होने वाले खर्चे। इसमें नकद भुगतान के अलावा सेवाओं की लागत भी जोड़ी जाती है।
CTC Formula क्या होता है?
CTC को जोड़ने का एक फार्मूला होता है, जिसके माध्यम से CTC को जोड़ा जाता है, इसके लिए –
“CTC = सकल वेतन + लाभ” का फार्मूला उपयोग किया जाता है।
नेट वेतन की गणना किस तरह से की जाती है।
आपको बता दे की नेट वेतन की गणना करने के लिए फार्मूला उपयोग किया जाता है, जिससे कर्मचारी की शुद्ध सेलेरी ज्ञात की जाती है।
इसके लिए – “शुद्ध वेतन = सकल वेतन – आयकर – PPF – व्यावसायिक कर” का फार्मूला उपयोग में लिया जाता है।
सीटीसी के साथ इन सभी लाभ और भत्तो को शामिल किया जाता है
भत्ता (Allowance)
कर्मचारियों को सेवा पर रखने और उसकी जरूरत को पूरा करने के लिए जो भुगतान किया जाता है, उसको Allowance कहा जाता है। यह मूल वेतन के अलावा भुगतान की जाने वाली राशी होती है जो सेलेरी के साथ प्रदान की जाती है। यह अलग अलग कम्पनी में अलग अलग तरीके से प्रदान की जाती है।
(Employer Provident Fund) नियोक्ता भविष्य निधि
नियोक्ता भविष्य निधि आपको बाद में मिलने वाला फायदा होता है। जिसमे दोनों पक्षों, नियोक्ता और कर्मचारी द्वारा निवेश किआ जाता है। EPF और PF का फायदा सेवानिवृत्ति लाभ योजना के रूप में कार्य करने के बाद मिलता है। यह राशी कर्मचारी के Bank Account में सीधे तोर पर जमा की जाती है।
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सार्वजनिक भविष्य निधि (Public Provident Fund)
Public Provident Fund का उल्लेख सेलेरी के साथ में नही किया जाता है। इसका पालन सभी कम्पनी को करना होता है, यह कानूनी रूप से अनिवार्य भी होता है। PPF Account आम तौर Tax-Saving Purposes के लिए होता है जिसमे आपको सरकार की तरफ से भी फायदा मिलता है।
Gratuity
Gratuity नियोक्ता द्वारा दी जाने वाली सेवाओं के लिए काटी जाती है, जो कर्मचारी के नौकरी छोड़ने के बाद उसको दी जाने वाली राशि है। इस राशी को कर्मचारी CTC से काटा जाता है और इसका भुगतान पांच साल की सेवा के बाद ही किया जाता है।
जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा
अधिकतर कंपनियां आज कर्मचारियों को Health Insurance और Life Insurance प्रदान करती है, जो इसी का हिस्सा होता है।
अंतिम शब्द –
दोस्तों हमने आपको CTC के बारे में यहा पर आपको पूर्ण जानकारी प्रदान की है। हमे आशा है, की आपको CTC के बारे में सभी जानकारी प्राप्त हो गयी है। यदि आपको CTC से सम्बन्धित या आपको कर्मचारी के वेतन से सम्बन्धित कीसी तरह की अन्य जानकारी प्राप्त करना है, तो आप हमे कमेंट कर सकते है।