PHD Full Form in Hindi: दोस्तों अगर आपको पीएचडी का फुल फॉर्म जानना है, तो आपको इस आर्टिकल में पीएचडी की फुल फॉर्म के बारे में सारी जानकारी दी जाएंगी तथा यह भी आपको बताया जाएगा कि यह कितने साल कोर्स का होता है तथा इसके फायदे क्या है।
दोस्तों साथ ही आपको पीएचडी के हर वह पहलू के बारे में बताएँगे जो पीएचडी करने के लिए अति आवश्यक होते हैं साथ ही आपको यह भी बताएँगे कि पीएचडी कौन से सब्जेक्ट से करना चाहिए और कौन कौन सी यूनिवर्सिटी या विश्वविद्यालय पीएचडी के कोर्स कराते हैं। यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होगा, जो व्यक्ति उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहता है उसके लिए यह आर्टिकल पढ़ना आवश्यक है; क्योंकि पीएचडी उच्च शिक्षा की आखिरी डिग्री होती है। आइए जानते पीएचडी के बारे में विस्तार से तथा इसके महत्व के बारे में भी जानते हैं
Contents
- 1 पीएचडी का फुल फॉर्म क्या होता है | PHD Full Form in Hindi
- 2 पीएचडी का फुल फॉर्म – डॉक्टरेट ऑफ फिलॉस्फी या डॉक्टर आफ फिलासफी हैं।
- 3 पीएचडी करने की विशेषता
- 4 पीएचडी करने के लिए शैक्षणिक योग्यताएं
- 5 पीएचडी में एड-मिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम
- 6 भारत की पीएचडी कराने वाली सबसे अच्छी यूनिवर्सिटी की लिस्ट
- 7 पीएचडी करने के लिए विषयों की लिस्ट
- 8 FAQ
पीएचडी का फुल फॉर्म क्या होता है | PHD Full Form in Hindi
दोस्तों अक्सर हम शॉट नामों की फुल फॉर्म ढूंढने की कोशिश करते हैं, जिनमें से पीएचडी भी एक है; आपके दिमाग में यह प्रश्न आ रहा होगा कि पीएचडी का फुल फॉर्म क्या हो सकता है, लेकिन इस बार यहां शार्ट नाम थोड़ा अलग है क्योंकि इसमें पीएचडी तीनों अक्षर के अर्थ अलग-अलग है।
पीएचडी का फुल फॉर्म – डॉक्टरेट ऑफ फिलॉस्फी या डॉक्टर आफ फिलासफी हैं।
साथियों लगभग हर किसी का उच्च शिक्षा प्राप्त करना एक सपना होता है, पीएचडी उन्हीं में से एक सपना हो सकता है, क्योंकि यह शिक्षा जगत के सबसे उच्चतम शिक्षण डिग्री होती है। आज के समय में हर व्यक्ति सम्मान पाना चाहता है, लेकिन सम्मान इतनी आसानी से नहीं मिलता है उसके लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। साथियों पीएचडी करने के बाद समाज में उस व्यक्ति की इज्जत या सम्मान बढ़ जाता है, क्योंकि यह एक उच्च शिक्षा डिग्री होती है तथा मनुष्य एक सामाजिक प्राणी होने के कारण यह पीएचडी की डिग्री समझता है तथा उसकी जानकारी भी रखता है। आजकल इस कोर्स को लोग बड़ी लगन से करना पसंद करते हैं, हां यह मानते हैं कि यह कोर्स काफी मेहनत तथा धैर्य वाला कोर्स होता है क्योंकि इसमें गहरे ज्ञान की आवश्यकता होती है।
पीएचडी करने की विशेषता
पीएचडी एक सामान्य डिग्री नहीं है यह एक आपको गरिमामय तथा विशेष विषय वस्तु में ख्याति प्राप्त करता है। यह जरूरी नहीं है कि नौकरी पाना ही हर किसी का मकसद होता है, बहुत से ऐसे लोग भी होते हैं जिन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए सपने देखते हैं और और उन्हें पूरा करने के लिए दिन रात एक कर देते हैं। नौकरी जीवन में किसी भी पड़ाव पर कर सकते हैं लेकिन उच्च शिक्षा के लिए एक आयु निश्चित होती है। अगर नौकरी अच्छी रैंक की है तो आपकी समाज में अच्छी इज़्ज़्त होगी लेकिन पीएचडी किसी भी विषय में क्यों ना हो समाज में आपको एक समान इज़्ज़त या सम्मान मिलेगा आइए जानते हैं पीएचडी की विशेषताएँ जो निम्नलिखित है:-
- पीएचडी करने के बाद आप किसी विशेष विषय वस्तु में विशेषज्ञ बन जाते हैं तथा उस विषय का लगभग आपको संपूर्ण ज्ञान हो जाता है क्योंकि वह व्यक्ति उसी पर्टिकुलर विषय में ज्ञान प्राप्त करते रहता है।
- यह 3 वर्षीय कोर्स होता है
- इस डिग्री को प्राप्त करने के बाद आप सहायक प्राध्यापक अथवा प्राध्यापक की पद-वी धारण कर सकते हैं इसमें आपको विद्यार्थियों को पढ़ाने का मौका दिया जाता है इसमें भी आप उसी विषय को पढ़ा पाएंगे जिस विषय में आपने डिग्री प्राप्त की है।
- इस डिग्री के प्राप्त करने के बाद आप वैज्ञानिक भी बन सकते हैं यह आपका निर्णय होता है कि आप किस थीम अथवा विषय में अनुसंधान करना चाहते हैं, जब आप वैज्ञानिक के पद पर नौकरी करते हैं तो आपको एक अनुसंधान करना पड़ता है तथा अनुसंधान के लिए आपको संस्था सुविधाएँ तथा संबंधित मशीन आदि देता है ताकि आपका अनुसंधान अच्छे से चल सके।
- अभी वर्तमान में जब सारी दुनिया कोरोनावायरस से लड़ रही है तो यही पीएचडी धारक वैज्ञानिक निरंतर उसके एंटी-टुडे अथवा निराकरण पर अनुसंधान कर रही है इससे यह साबित होता है कि पीएचडी धारक व्यक्ति की देश दुनिया में कितना महत्व है आज उन वैज्ञानिक को संस्था तथा सरकार विभिन्न तरह की सुविधाएँ मुहैया करा रहा है।
पीएचडी करने के लिए शैक्षणिक योग्यताएं
- साथियों पीएचडी करने के लिए काफी मेहनत की आवश्यकता होती है और इसमें विभिन्न तरीके शैक्षणिक आवश्यकता है होती है जो निम्नलिखित है:-
- पीएचडी करने के लिए आपके पास मास्टर ऑफ साइंस अथवा मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी की डिग्री होना चाहिए।
- आप मास्टर डिग्री में 60% लाकर पीएचडी के लिए योग्य हो जाएंगे।
- यदि आपको पी एच डी में फ़ेलोशिप अथवा स्कॉलरशिप चाहिए तो आपको अपने मास्टर डिग्री में अच्छे प्रतिशत की आवश्यकता होगी।
- पी एच डी में एड-मिशन के लिए आपके पास यूजीसी नेट अथवा आईसीएआर नेट की आवश्यकता होती है परंतु कुछ विश्वविद्यालय तथा संस्थाएं अपना खुद का एंट्रेंस एग्जाम करवा कर एड-मिशन ले लेता है।
पीएचडी में एड-मिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम
दोस्तों अलग-अलग विषयों के अनुसार अलग-अलग एंट्रेंस एग्जाम होते हैं कुछ संस्थाएं तथा विश्वविद्यालय अपना खुद का एंट्रेंस एग्जाम भी करवाता है जिसके क्राइटेरिया भी वही लोग तय करते हैं, लेकिन ऑल इंडिया लेवल के कुछ पीएचडी के लिए एग्जाम्स होते हैं जो निम्नलिखित है:-
- आईसीएआर
- यूजीसी
- एसआरएफ
- आईसीएमआर
- डीबीआई
आप एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करके पीएचडी में एड-मिशन ले सकते हैं, लेकिन यह भी आपको बता दें कि विभिन्न विश्वविद्यालयों तथा संस्थाओं के भी साइट आप चेक करते रहें। यह सारी परीक्षाएं केंद्र द्वारा संचालित होते हैं तथा इन सारी एग्जाम को पास करने के लिए इनके कट-ऑफ को पार करना पड़ता है कुछ पीएचडी की परीक्षाएं साल में दो बार भी होती है।
भारत की पीएचडी कराने वाली सबसे अच्छी यूनिवर्सिटी की लिस्ट
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
- जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय
- यूनिवर्सिटी ऑफ बेंगलुरु
- यूनिवर्सिटी आफ कोलकाता
- जामिया इस्लामिक यूनिवर्सिटी
- भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद
- भारतीय वन अनुसंधान एवं शैक्षणिक अनुसंधान
पीएचडी करने के लिए विषयों की लिस्ट
साथियों आप निम्नलिखित विषयों में पीएचडी कर सकते हैं आप अपनी रुचि अनुसार किसी भी एक सब्जेक्ट को चुनकर पीएचडी में एड-मिशन ले सकते हैं और अपने उच्च शिक्षण प्राप्त करने का सपना साकार कर सकते हैं।
- वानिकी
- रसायन विज्ञान
- अर्थ-शास्त्र
- वित्त
- स्वास्थ सेवा प्रबंधन
- भौतिक विज्ञान
- गणित
- कृषि
- पर्यावरण विज्ञान
- अभियांत्रिकी
- जीव रसायन
- जैव प्रौद्योगिकी
आशा करता हु की मेरे द्वारा दी गई जानकारी से आप संतुष्ट हो गए होंगे आपको पीएचडी के बारे में सारी जानकारी दे दी गई है तथा आप इस का लाभ ले पाएंगे।
FAQ
पीएचडी का कोर्स कितने साल का होता है?
पीएचडी में किसी एक खास विषय पर पढ़ाई की जाती है। पीएचडी की पढ़ाई पूरी होने में लगभग 4 से 5 साल लगता है।
पीएचडी की सैलरी कितनी होती है?
पीएचडी करके आप औसतन 10 -20 लाख सालाना सैलरी से शुरुआत कर सकते हैं।
PHD का फुल फॉर्म हिंदी में क्या होता है
पीएचडी का फुल फॉर्म – डॉक्टरेट ऑफ फिलॉस्फी या डॉक्टर आफ फिलासफी हैं।
अंतिम शब्द
हमने आपको आज की इस पोस्ट में PHD क्या होता है? और PHD Full Form in Hindi के साथ साथ आप इसको कैसे कर सकते है, आदि के बारे में पूर्ण जानकारी प्रदान की है। अगर आप भी PHD करना चाहते है, तो आपके लिए यह जानकारी बहुत महत्वपूर्ण साबित होने वाली है।
PHD की डिग्री को आज के समय में काफी बेहतर डिग्री के रूप में देखा जाता है, लेकिन इसको करने के लिए पैसे के साथ साथ लगन और मेहनत की भी आवश्यकता होती है। PHD की डिग्री को लेकर आपके मन में किसी तरह का कोई सवाल है, तो आप हमे Comment Box में Comment करके पूछ सकते हैं। हम आपके प्रश्नों का उत्तर जारूर देगे।