ISO Full Form in Hindi

ISO Full Form in Hindi :- आज हम यहा बात करने वाले है ISO full form क्या है, ISO का इतिहास क्या है, इसके फायदे क्या है आदि। तो यदि आप भी जानना चाहते है, ISO full form तो इस लेख को पूरा अवश्य पढ़े। हम सभी रोजाना कई तरह के product का उपयोग करते है, जिसमे कई product के उपर आपने ISO का टेग लगा हुआ अवश्य देखा होगा।

हो सकता है आपने कई बार इसके बारे में सोचा होगा की आखिर यह ISO क्या होता है, यह products को tag करके क्यूं लिखा होता है और इसका उपयोग क्यों किया जाता है। तो आज के इस पोस्ट में हम आपको इसी (ISO) से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करने जा रहे है, जिससे कि आप ISO के बारे में और बेहतर तरीके से जान पायेगे ।

ISO full form क्या है?

ISO को “International Organization for Standardization” कहा जाता है। यदि हम इसको हिंदी भाषा में कहें तो, इसका मतलब “अंराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन” होता है। यह किसी भी product या सर्विस के लिए एक Quality Standards Certificate होता है, जो उसको इस संस्था के द्वारा दिया जाता है।

यह किसी भी व्यवसाय, संस्था, या उद्योग को उसके product की गुणवत्ता के आधार पर इसको प्रदान किया जाता है। इस संघठन में आपको पूरी दुनिया के 150 से भी अधिक देशो को शामिल किया गया है।

ISO यह मानक सुनिश्चित करता है, की जो भी product ग्राहक उपयोग कर रहा है, या करने वाला है। वे उत्पाद या सेवाएं उपयोग करने के लिए सुरक्षित हैं और उसकी गुणवत्ता भी काफी बेहतर है। इसलिए इस मानक का उपयोग आज के समय में पुरे विश्व में किया जाता है।

ISO का इतिहास

ISO के बारे में बात करे तो यह काफी पुराना संगठन है, इसकी स्थापना 23 फरवरी 1947 को जेनेवा, स्विट्ज़रलैंडलैं में की गयी थी। यह एक स्वतंत्र संगठन है, जिसका कार्य कंपनी या व्यवसायों द्वारा निर्माण किये जाने वाले उत्पादन और सेवा की गुणवत्ता को देखकर उसको सुरक्षा और उसकी दक्षता के लिए Quality Standards प्रदान करती है।

शुरुआत में इसमे 25 देशों के प्रतिनिधियों ने मिलकर इसकी शुरुआत की थी  लेकिन आज इसमे कई देश शामिल है, जो इसका पालन करते है । आपको बता दे की ISO द्वारा 19,500 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय मानकों को प्रकाशित किया गया है, जो कि कई तरह की सेवाओ को कवर करते है।

ISO 9001 का क्या अर्थ है?

ISO 9001 का सबसे अधिक उपयोग किया जाता है, यह QMS के लिए ISO 9001 का उपयोग किया जाता है, जिसमे संगठनों द्वारा बनाए जा रहे product की नियामक आवश्यकताओं और उसकी गुणवत्ता में लगातर सुधार के लिए का वर्णन करते हैं।

आपको बता दे,  की दुनिया भर में कोई भी संस्था ISO का name और इसका logo बिना अनुमति के उपयोग नही कर सकते है। ऐसा करने पर उनके खिलाफ उचित कार्यवाही की जाती है। किसी भी संस्था को ISO प्राप्त करने के लिए इसके नियमो का पालन करना होता है। और उसके बाद  इसे प्राप्त करने के लिए आवेदन देना होता है, जिसकी जाँच के बाद ISO प्रदान किया जाता है।

इसका उद्देश्य लोगो को बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पाद और सेवाए प्रदान करना होता होता है, क्युकी इस मानक को देखने के बाद लोग उसकी गुणवत्ता पर भरोसा करते है और उत्पाद का निसंकोच उपयोग करते है ।

ISO 9001 क्यों महत्वपूर्ण माना जाता है ?

ISO 9001 इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमे एक व्यावहारिक गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली प्रदान करने के लिए संस्थानों का ध्यान केंद्रित करता है। इसके माध्यम से सभी क्षेत्रों में सुधार और निगरानी को मजबूती प्रदान करता है । इस Certificate के प्राप्त होने के बाद ग्राहकों का उस कम्पनी के product पर काफी विश्वास बढ़ जाता है।

ISO Certificate कौन प्रदान करता है?

ISO Certificate पंजीकरण निकायों द्वारा प्रदान किया जाता है । जिन्हें रजिस्ट्रार या सीबी भी कहा जाता है। इन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देने के लिए IAF सदस्य द्वारा उनकी संस्था से जोड़ा जाता है, जिसके बाद यह उनकी निगरानी में उस संस्था के सभी गुणवत्ता स्तरों की जाँच करने के बाद उन्हें ISO Certificate प्रदान करता है ।

ISO के फायदे क्या होते है

जब कोई संगठना ISO प्राप्त करता है, तो उसको इससे कई तरह के फायदे मिलते है, जिससे की उसके product की गुणवत्ता के साथ साथ अन्य तरह के फायदे भी मिलती है, जेसे –

  • ISO व्यापार के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा के साथ जुड़ा होता है, इससे बाजार के गुणवत्ता करूं को बनाये रखने में मदद मिलती है।
  • यह लोगो को बेहतर सेवाओं के लिए उच्च गुणवत्ता प्रदान करने में मदद करता है।
  • इससे product की कम लागत में बेहतर उत्पादकता बढ़ने में मदद मिलती है, जिससे ग्राहकों को काफी फायदा मिलता है।
  • यह आपके व्यवसाय के अवरोधों को कम करता है।
  • यह संस्थानों को लगातार गुणवत्ता सुनिसुश्चित करने के लिए प्रेरित करता है।
  • इससे ग्राहकों की अपेक्षाएँ कम हो जाती है और उसको गुणवत्ता पर भरोसा मिलता मिलता है।
  • ISO किस भी कम्पनी के लिए दर्शाता है, की यह कंपनी निर्माण प्रक्रिया और सेवा में बेहतर है।
  • इसके प्राप्त होने के बाद product की विश्वसनीयता लोगो के बिच बढती है।
  • व्यापार में तेजी और उत्पाद की बिक्री में बढ़ोत्तरी मिलती है।
  • ISO प्राप्त करने के लिए कम्पनी अपने क्षेत्र में लगातार सुधर कार्य करती है।

ISO के प्रकार

ISO अलग अलग क्षेत्रो के लिए अलग अलग तरह का प्रदान किया जाता है, इसके कई प्रकार होते है, जिसके अलग अलग सिद्धांत होते है, जेसे –

  • ISO 9001 2008:- गुणवत्ता प्रबंधन के लिए प्रदान किया जाता है।
  • ISO 9001:2015 – गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली के लिए
  • ISO 14001:2015 – यह प्रदुषण और पर्यावरण प्रबंधन के अंतर्गत प्रदान किया जाता है।
  • ISO 22000:2005 – यह खाद्य सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली की गुणवत्ता के लिए प्रदान किया जाता है।
  • ISO 27001:2013 – यह सूचना और सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली के लिए दिया जाता है।
  • ISO 20000-1 – IT सेवा प्रबंधन प्रणाली के लिए मानक स्तर को जंचता है।
  • ISO 50001 – ऊर्जा प्रबंधन की प्रणाली के स्तर को दर्शाता है।
  • ISO 29990 – यह अनौपचारिक शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए प्रदान किया जाता है।
  • ISO 10012:- माप प्रबंधन प्रणाली में प्रदान किया जाता है।

निष्कर्ष

तो दोस्तों जैसा की हमने आपको ISO full form क्या है और ISO से संबंधित पूरी जानकारी इस पोस्ट के माध्यम से देने की पूरी कोशिश की है। आपको यह जानकारी कैसी लगी हमे कमेंट करके जरुर बताये। हमने यहा आज आपको ISO क्या है?ISO के फायदे, उसके प्रकार औरISO के इतिहास के बारे में पूरी जानकारी बताई है। उम्मीद करते है कि अब आपको जब भी किसी product पर ISO नजर आएगा आप इसको आसनी से समझ पायेगे।

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